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 हरिहर और बुक्का दो ऐसे भाई जिन्होंने विजयनगर की  नीव रखी|

 

मोहम्मद बिन तुगलक के समय दो भाइयों हरिहर और बुक्का ने विद्यारण्य  से आशीर्वाद प्राप्त कर दक्षिण भारत में 1336 ईसवी में मिलकर विजयनगर राज्य की स्थापना करने के बाद सबसे पहले गुट्टी तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों को अपनी सत्ता स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. उन्होंने तुंगभद्र नदी के दक्षिणी तट पर स्थितअणेगोंडी केआस-पास दो नगर बसाए :-

 

1.विजयनगर

2.विद्यानगर

 

हरिहर और बुक्का
विजयनगर

हरिहर प्रथम (1336ई.-1353ई.)

 

👉हरिहर ने 18 अप्रैल 1336 ई. को हिंदू रीति – रिवाज से अपना राज्याभिषेक सामारोह पूरा किया | हरिहर और बुक्का दोनों भाइयों ने मिलकर राज्य का तेजी से विस्तार शुरू किया |1346 ई. में मदुरा राज्य के सात संघर्ष का सामना करते हुए अंतिम होयसल राजा बल्लाल चतुर्थ मारा गया| इस परिस्थिति का लाभ उठाकर हरिहर ने होयसल साम्राज्य को विजयनगर में मिला लिया |हरिहर ने अपनी मरने से पहले अपने साम्राज्य का फैलाव पूर्व से पश्चिम के दोनों समुद्र तटों तक और उत्तर में कृष्णा नदी से दक्षिण में कावेरी नदी के पास तक फैले मध्यवर्ती क्षेत्र तक विस्तार किया |

 

👉हरिहर प्रथम के समय में बहमनी साम्राज्य (1346 ) से प्रथम बार सामना हुआ जब उसने कृष्णा और तुंगभद्रा नदियों के बीच में स्थित रायचूर के किले को कब्जे में कर लिया| हरिहर प्रथम ने 1356 ई. में मदुरा राज्य पर हमला करके थोड़ा बहुत रायचूर के किले की क्षतिपूर्ति की क्योंकि उसने मदुरा से कुछ क्षेत्र जीतने में सफलता प्राप्त की |हरिहर साम्राज्य का विस्तार के साथ-साथ प्रशासनिक प्रणाली की रुपरेखा भी तैयार की |उसने काकतीय (दक्षिण का एक राजवंश) आदर्श का अनुसरण करते हुए अपने साम्राज्य को स्थलों और नाडुओं में एक किया |उनके शासन व्यवस्था के लिए ब्राह्मण को नियुक्त किया|उसने कृषि की बढ़ाने के लिए बहुत सारे प्रयास किया|

 

बुक्का प्रथम (1353ई.-1377ई.)

 

👉कुछ विद्वानों के अनुसार बुक्का प्रथम अपने भाई हरिहर प्रथम के काल में ही 1346 में संयुक्त शासक हो गया था और उसकी राजधानी गुट्टी थी लेकिन 1356 ई. में अपने भाई हरिहर की मृत्यु के बाद वह अकेले सम्राट के रूप में उसका उत्तराधिकारी बना और उसने 1377 ई. तक शासन किया | उसने चीन राजदूत भेजा जिससे कि चीन के साथ राजनीतिक संबंध हो सके|उसे बहमनी सुल्तानों मुहम्मद प्रथम और मुजाहिद के साथ हमेशा युद्ध करना पड़ा जिससे विजयनगर को क्षति पहुँची| उसके समय में विजयनगर और बहमनी राज्य में 3 युद्ध (1360 , 1365 , 1367) हुए थे |इन युद्धों का मुख्य कारण यह था कि दोनों राज्य रायचूर दोआब पर अपना-अपना शासन स्थापित करना चाहते थे | यह क्षेत्र कृष्णा और तुंगभद्रा नदियों के बीच में स्थित होने के कारण अधिक उपजाऊ था ,लेकिन इन युद्धों में बुक्का को सफलता प्राप्त नहीं हुई और उसने हरिहर के द्वारा खोये रायचूर को फिर से प्राप्त नहीं कर सका |1378 ई. में गुलबर्गा के सिंहासन पर जब मुहम्मद द्वितीय बैठा तब जाकर दोनों राज्यों में युद्ध रुका क्योंकि नया बहमनी सुल्तान शान्ति प्रिय था | बुक्का प्रथम के समय में उसके पुत्र कम्पन ने मदुरा की सुल्तानशाही को पराजित करने में सफलता प्राप्त की | उसने उत्तरी और दक्षिणी अर्काट को विजयनगर की अधीनता स्वीकार करने पर मजबूर किया|

 

👉कम्पन की पत्नी गंगा देवी द्वारा लिखी एक संस्कृत कविता “मदुरा विजयम्” के अनुसार उसने 1365 – 1370 ईसवी के बीच यह जीत प्राप्त की| 1379 में बुक्का प्रथम की मृत्यु हो गई,बुक्का एक महान योद्धा, राजनीतिज्ञ और विद्या प्रेमी शासक था |उसने सहनशील और उदारता की नीति को अपनाकर जैनियों और वैष्णव सम्प्रदाय के लोगों में एकता की भावना स्थापित की | वह बहमनी राज्य के रायचूर का क्षेत्र प्राप्त नहीं कर सका लेकिन उसने अपने शासन काल में कोई भी क्षेत्र खोया भी नहीं इससे बड़ी बात क्या हो सकती है| उसने बहुत सारे पुराने मंदिरों की मरम्मत कराई और अनेक हिंदू विद्वानों के माध्यम से धर्म, दर्शनशास्त्र और कानून पर साहित्यिक रचनाएँ कराईं जिनमें वेदों पर सायणाचारी की टीका एक प्रमुख रचना है|

 

👉बुक्का के मरने के बाद उसका पुत्र हरिहर द्वितीय सिंहासन को संभाला और उसने 27 साल (1377-1404) शासन किया और समूचे दक्षिण भारत में विजयनगर की प्रधानता को मजबूती से रखा|

 

विजयनगर साम्राज्य – संगम वंश

 

👉विजयनगर राज्य में 1336 ई. से लेकर 1565 ई. तक तीन राजवंश प्रमुख हैं –

 

1. संगम वंश (1336-1485)

 

2. सालुम्ब वंश (1485-1506)

 

3. तुलुव वंश (1506-1585)

 

आज हमने संगम राजवंश विषय में जानकारी ली, संगम राजवंश के प्रमुख शासन करता हैं –

 

1. हरिहर प्रथम (1336-1353)

 

2. बुक्का प्रथम (1353-1377)

 

3. हरिहर द्वितीय (1377-1404)

 

4. देवराय प्रथम (1406-1422)

 

5. देवराय द्वितीय (1426-1446)

 

6. मल्लिकार्जुन या प्रौढ़ देवराय (1446-1466)

 

7. विरूपाक्ष द्वितीय (1465-1485)

 

इन्हें भी पढ़ें:- 

 

F&Q:-

 
  • किस नदी पर विजयनगर और विद्यानगर शहर की स्थापना की गई ?—- तुंगभद्र नदी
  • विजयनगर साम्राज्य की राजधानी क्या थी ? —- हम्पी 
  • किसने विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की? —- हरिहर और बुक्का
  • हरिहर और बुक्का किस राजवंश के थे? —- संगम राजवंश
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